NH : नेशनल हाइवे पर लगभग एक दशक से खूनी हाइवे की चिन्हितता बनी हुई है। यह समस्या अब भी सिक्स लेन बनने के बावजूद बनी हुई है। इसके साथ ही, यहां की योजना पर भी सवाल उठने लगे हैं। शहर के निवासियों का कहना है कि यदि ऊपर से ही ट्रैफिक निर्वाहित होता, तो यह समस्या नहीं होती। अन्य शहरों में भी ऐसा ही हुआ है। यहां कानपुर का उदाहरण लें, जहां भगवान टॉकीज फ्लाईओवर और जवाहर पुल पुराने हैं। खंदारी, सुल्तानगंज की पुलिया और वाटर वर्क्स फ्लाईओवर को मंजूरी मिलने के बाद, हादसों का खतरा बढ़ गया है। आईएसबीटी पर दो दिन में 11 लोगों की मौत हुई और उसके परिणामस्वरूप वहां एक नया फ्लाईओवर बना दिया गया है