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Today News Lucknow Murder Case : लखनऊ के अलीगंज में 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला की गला रेतकर उनके घर में हत्या कर दी गई। महिला के चार बेटे थे, जो अलग-अलग जगहों पर रह रहे थे

Lucknow News :   लखनऊ के अलीगंज में 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला की गला रेतकर उनके घर में हत्या कर दी गई। महिला के चार बेटे थे, जो अलग-अलग जगहों पर रह रहे थे। इस हत्या के पीछे लूटपाट या व्यक्तिगत विरोध की कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है, और पुलिस इस घटना की जांच में जुटी हुई है  वह अपनी रक्षा के लिए प्रयासचूक थे। पुलिस के पास आपत्ति मामले पर संदेह है, और उन्हें मानस पर जांच और पूछताछ की जारी है। उन्होंने दोपहर को अपनी दादी के साथ वक्त बिताया था। मानस का पिता मुकेश नामक व्यक्ति है, और पुलिस उसे जिरो पर डालकर जांच कर रही है

पुलिस को रात्रि को जानकारी मिली थी। स्नेहलता केवल अकेली रहती थीं, जबकि उनके दूसरे पुत्र, मुकेश, जानकीपुरम में परिवार के साथ रहते हैं। उनके बड़े पुत्र, रमेश, लंदन में रहते हैं, तीसरे पुत्र, महेश, सीतापुर में, और चौथे पुत्र, आलोक, रुदौली में रहते हैं। मुकेश रोजाना सुबह और शाम में माँ के पास जाते थे  रविवार सुबह, वे नवरात्रि के व्रत के बहाने फल और सब्जी मां को देने उनके घर गए थे। दिन के बाद, महेश की बेटी पूजा ने दादी स्नेहलता को बार-बार फ़ोन किया। जब फ़ोन का जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने अपने पड़ोसी देवेंद्र के घर पर फ़ोन किया। देवेंद्र के परिवारी लोगों ने दरवाजे पर जांच की और वहां उन्होंने देखा कि स्नेहलता आंगन में पड़ी थीं और उसके कपड़ों पर खून का दब हुआ था

बिना तस्दीक नहीं खोलती थीं दरवाजा:  मकान के मुख्य द्वार पर दो दरवाजे लगे हैं। पहला आम दरवाजा है, जबकि दूसरा एक लोहे का जाली वाला है। इन दरवाजों की सुरक्षा का मकसद है। मुकेश ने बताया कि उनकी मां कभी-कभी दरवाजे को तब तक नहीं खोलती थीं, जब तक किसी के आवाज या कॉल द्वारकर्षक नहीं थे। यह उनकी औपचारिकता की एक प्रतिफलन थी, ताकि वह सुनिश्चित कर सकें कि वे किसी परिचित व्यक्ति से ही बात कर रही हैं। इसलिए तभी दरवाजा खोलती थीं स्नेहलता की गर्दन दो जगहों से रेती गई थी, एक बाएं और एक दाएं ओर। हालांकि घटनास्थल पर चाकू या दूसरे आलाकत्ल सामग्री का कोई आलाकतल नहीं मिला। संदेह है कि घटना के बाद आरोपी ने आलाकत्ल सामग्री के साथ फरार हो गया हो

बेटे की गोद में तोड़ा मां ने दम: स्नेहलता ने अपने बेटे मुकेश चंद्र की गोद में दम तोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक, मुकेश वहाँ पहुँचे तो, उन्होंने स्नेहलता की गर्दन में हाथ डालकर उन्हें ‘मां’ कहकर बुलाया। वे तब जब बेटे के पास गए और उन्होंने बेटे को कहकर झटका देने की कोशिश की, तो स्नेहलता की सांसें थम गईं। स्नेहलता अपने बेटे मुकेश को बहुत प्यार करती थी, और मुकेश भी रोज़ाना सुबह-शाम उनका ख्याल रखने और उनकी जरूरतों का ध्यान रखने के लिए उनके पास आते थे
“बेहरहाल, पुलिस के सामने कई चुनौतियाँ हैं। उम्र के 90 साल के इस बुजुर्ग महिला के लिए एक सवाल है कि ऐसा कौन हो सकता है, जिसने इतनी बेदर्दी से उसका कत्ल किया, और उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके अलावा, बिना लूटपाट के, इस हत्या के घटना को अंजाम देने वाले तरीके के सवाल भी है, और पड़ोसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी? यह भी एक सवाल उठाता है कि शायद हत्यार जानता था कि महिला घर पर अकेली रहती है और उसने बिना किसी दिलचस्पी के महिला का कत्ल कर दिया। हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद ही ये सभी सवाल उजागर होंगे, क्योंकि न घर में लूटपाट हुई थी और न ही किसी तरह की तोड़फोड़. लेकिन इस बुजुर्ग महिला की हत्या ने एक बार फिर राजधानी में सीनियर सिटीजनों की सुरक्षा के सवालों को उठाया है

 

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