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Today News 2023 : भाजपा द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में बताया गया एक आम भाई-बहन जैसा नहीं है राहुल गांधी और प्रियंका का रिश्ता

 बहन का इस्तेमाल केवल चुनाव के लिए:  भाजपा द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में बताया गया- 2019 में राहुल गांधी औपचारिक रूप से राजनीति में आए, लेकिन उससे पहले से ही प्रियंका दादी इंदिरा की साड़ी पहनकर प्रचार कर रही थीं। ये सब परिवार के किसी न किसी सदस्य के लिए था। प्रियंका ने कर्नाटक और हिमाचल में 28 से ज्यादा रैलियां कीं और पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाई। हिमाचल में कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के साथ चुनाव की तैयारियों में जुटी रहीं। वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी को 39 बार हरवा चुके हैं। इसके बावजूद जीत का श्रेय राहुल को दे दिया जाता है

बीजेपी की तरफ से जो वीडियो पोस्ट हुआ, उसमें दावा किया गया कि राहुल गांधी और प्रियंका का रिश्ता आम भाई-बहन जैसा नहीं है. प्रियंका राहुल  से तेज हैं, लेकिन पार्टी राहुल के इशारों पर नाच रही है और सोनिया गांधी भी पूरी तरह से उनके साथ हैं! घमंडिया (INDIA) गठबंधन की बैठकों से भी प्रियंका इसीलिए गायब हैं! बीजेपी ने इस वीडियो के कैप्शन में लिखा देखें कैसे बहन का इस्तेमाल केवल चुनाव प्रचार के लिए किया जा रहा है.

हाथ में नहीं है राखी : इस वीडियो में यह भी दावा किया गया कि भाई-बहन के बीच चल रही आपसी प्रतिद्वंद्विता के कारण ही राहुल गांधी ने अपनी कलाई पर राखी नहीं  पहनी. वीडियो में यह भी कहा गया कि हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में प्रियंका गांधी ने 28 से ज्यादा रैलियां कीं. पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसके उलट राहुल गांधी ने 39 चुनावों में कांग्रेस की हार सुनिश्चित की. इसके बाद भी सारा क्रेडिट राहुल गांधी को ही मिलता है

राहुल-प्रियंका के बीच तकरार है: भाजपा ने अपने वीडियो में कहा- हमने तेजस्वी-तेज प्रताप को लड़ते देखा है। ​सुप्रिया सुले और अजित पवार के बीच तनाव देखा है। ​अखिलेश और शिवपाल दुश्मन बने बैठे हैं। ऐसी ही कुछ तकरार है राहुल और प्रियंका के बीच में। मां ​सोनिया और राहुल को पता है कि अगर प्रियंका गांधी को राजनीति में अवसर मिला तो पार्टी के सारे लोग उनकी तरफ हो जाएंगे राहुल अपनी बहन प्रियंका से पार्टी के लिए प्रचार तो करवा लेते हैं, लेकिन उन्हें सांसदी के लिए सीट तक नहीं देते। जानबूझकर प्रियंका को वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाने की बात की जाती है, ताकि वो नरेंद्र मोदी से हार जाएं और उनका राजनीतिक करियर खत्म हो जाए

प्रियंका को खेलना पड़ा दांव: भाजपा के वीडियो में जानकारों के हवाले से कहा गया है कि प्रियंका ने ही राहुल को अपने बयान के लिए माफी न मांगने की सलाह दी थी। इसी वजह से उनकी सांसदी चली गई थी। राहुल भले ही पार्टी अध्यक्ष न हों, लेकिन कांग्रेस के सभी फैसले वही लेते हैं। राहुल-प्रियंका के बीच फूट साफ दिख रही है। इसी वजह से रक्षाबंधन के दिन राहुल की कलाई सूनी दिखी थी
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