MP Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज जी-20 समिट की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इस पूर्व से तय किए गए समिट से पहले, भारत ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कनाडा-इंडिया संबंधों में सुधार करने के लिए ई-वीजा सेवा को फिर से शुरू कर दिया है। इसके पीछे का कारण है खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर के मुद्दे पर उत्पन्न कनाडा-भारत रिश्तों में तनाव। इस बैठक में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो एक दूसरे से आमना-सामना होने वाले हैं। इस अवसर पर दोनों नेता जी-20 की वर्चुअल समिट के माध्यम से शामिल होंगे। पहले ही इस मीटिंग से पहले, भारत ने संबंधों में सुधार की पैरवी करते हुए कनाडा के नागरिकों के लिए जो वीजा सेवा बंद कर दी थी, उसे आज फिर से शुरू कर दिया गया है
सूत्रों के अनुसार, बुधवार को एनडीटीवी को बताया गया है कि लगभग दो महीने की रोक के बाद, भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वीज़ा सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं। इसमें 21 सितंबर को वीजा सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं, जब एक राजनयिक विवाद था। कनाडा ने आरोप लगाया था कि जून में कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में “भारत सरकार के एजेंट” शामिल थे। हालांकि भारत सरकार ने इन आरोपों को “बेतुका” और “प्रेरित” बताते हुए निज्जर की हत्या में किसी भी भूमिका से इनकार किया और उनके दावों के समर्थन में सबूत पेश करने की मांग की थी।
भारत ने ट्रूडो के बयान को खारिज करते हुए कनाडा के सीनियर डेप्लोमेट को 5 दिनों के अंदर देश छोड़ने का आदेश दिया था। इसके बाद, कनाडा ने अपने नागरिकों को भारत के कुछ खास हिस्सों में न जाने के लिए एडवाइजरी जारी की थी। इसका जवाब में भारत ने भी कनाडा के लिए एक समान प्रकार की एडवाइजरी जारी की थी। इसके बाद, भारत ने कनाडा में मौजूद भारत के वीजा एप्लिकेशन सेंटर की सेवाओं को सस्पेंड कर दिया था। विदेश मंत्रालय ने “भारतीय मामलों में कनाडाई राजनयिकों के हस्तक्षेप” का हवाला देते हुए कहा कि यह कदम उन्हें सुरक्षित रखने का हिस्सा है और कनाडा से भारत में उनकी राजनयिक उपस्थिति कम करने के लिए किया गया है
विदेश मंत्रालय ने कहा था : कनाडा वीज़ा देने में भेदभाव करता है. वीज़ा सेवा रोकने के पीछे कनाडाई नागरिकों को भारत आने से रोकना मकसद नहीं है. जिनके पास वीज़ा है, वे आ सकते हैं लेकिन हमारे राजनयिकों की सुरक्षा वजहों से इसे सस्पेंड किया गया है. वियना संधि के मुताबिक, भारत हर राजनयिक को पर्याप्त सुरक्षा देता है.” इस घटनाक्रम के बाद दो महीने तक कनाडाई नागरिकों के लिए ई-वीजा सेवाएं सस्पेंड रहीं थीं, लेकिन अब भारत ने फिर से वीजा सेवाओं को शुरू कर दिया है।