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Today Isreal News Update 2024 : इज़राइल में 1.37 लाख रुपये मासिक वेतन, मुफ्त आवास सुविधा और तीन वर्ष के रोजगार के साथ, उत्तर प्रदेश से 5 हजार से अधिक श्रमिक इज़राइल की ओर प्रस्थान कर रहे हैं

Lucknow News : उत्तर प्रदेश से 5020 कारीगरों का इज़राइल में कार्य करने के लिए चयन हुआ है। इन कारीगरों को अपनी नियुक्ति के पत्र प्राप्त हो रहे हैं। इन चुने गए कुशल श्रमिकों को हर महीने 1 लाख 37 हजार रुपये का मासिक वेतन मिलेगा, और साथ ही उन्हें निवास और कार्यस्थल तक आवागमन की मुफ्त सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। ये श्रमिक इज़राइल में तीन वर्षों तक अपनी सेवाएँ देंगे

कार्य हेतु इज़राइल गंतव्य के लिए श्रमिकों का चयन संपन्न हुआ है। संपूर्ण 7094 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी। इनमें से चयनित व्यक्तियों को उनके नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा रहे हैं। चयनित श्रमिक इज़राइल में संघर्षोपरांत पुनर्निर्माण कार्य में अपना अमूल्य योगदान देंगे। इन कुशल श्रमिकों को प्रति माह 1 लाख 37 हजार रुपये की वेतन राशि दी जाएगी, और इसके अतिरिक्त, उन्हें आवास और कार्यस्थल तक जाने-आने की निःशुल्क सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। ये व्यक्ति इज़राइल में तीन वर्ष तक अपनी सेवाएँ प्रदान करेंगे।

Isreal : मिजोरम, तेलंगाना, राजस्थान, बिहार, और हिमाचल प्रदेश ने भी अब इस नियुक्ति मुहिम में भाग लेने की अपनी रुचि दिखाई है। इन पांच प्रदेशों ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन इंटरनेशनल से इज़राइल के लिए नियुक्ति अभियान आयोजित करने की मांग की है। यह उल्लेखनीय है कि अब तक केवल उत्तर प्रदेश और हरियाणा ने इस संस्था से संपर्क स्थापित किया था, और 31 जनवरी 2024 तक इस अभियान के अंतर्गत 5,600 से भी अधिक प्रतिभागियों का चयन सफलतापूर्वक किया जा चुका है।

इज़राइल में श्रमिकों की आवश्यकता क्यों है हाल ही में, केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि भारत को विश्व में एक प्रमुख कुशल श्रमबल केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में प्रधानमंत्री की दृष्टि पर अमल किया जा रहा है। यह पहल विकसित भारत के निर्माण की दिशा में एक व्यापक उपाय है। इज़राइल में न केवल इसीलिए भारतीय श्रमिकों की मांग है, बल्कि भारत अन्य देशों में भी कुशल श्रमिक प्रदान करने के लिए तैयार है। इज़राइल और हमास के बीच संघर्ष के बाद, इज़राइल में अनेक पैलेस्टाइनी श्रमिकों के कार्य परमिट निरस्त कर दिए गए थे, जिसके कारण इज़राइल के निर्माण क्षेत्र में रिक्तियां उत्पन्न हुईं और अब वहां भारत सहित अन्य देशों से श्रमिकों की तलाश की जा रही है।

वास्तव में, इज़राइल में आयोजित इस नियुक्ति अभियान में बार बेंडर (सरिया मोड़ने वाले), मेसन (राजमिस्त्री), टाइल्स और मार्बल के काम में माहिर, तथा शटरिंग कारपेंटर (बढ़ईगीरी) जैसे विशेषज्ञता वाले कार्यों के लिए श्रमिकों की भर्ती की जा रही है। चयनित प्रतिभागियों को चिकित्सा बीमा, आहार और निवास की सुविधा के साथ प्रतिमाह 1.37 लाख रुपये का वेतन मिलेगा। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक उम्मीदवार को 16,515 रुपये का मासिक बोनस भी दिया जाएगा

इज़राइल की दूरी भारत से करीब 4500 किलोमीटर है। विमान यात्रा से यहां पहुंचने में तकरीबन छह घंटे का वक्त लगता है। भारतीय और इज़राइली सरकार के बीच संपन्न समझौते के तहत प्लास्टर कार्य, सिरेमिक टाइल लगाना, भवन निर्माण का काम, और लोहे को मोड़ने के क्षेत्र में दक्ष श्रमिक इज़राइल की यात्रा करेंगे। 23 जनवरी से 30 जनवरी के दौरान, अलीगंज स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में इन श्रमिकों की कौशल परीक्षा इज़राइल की टीम ने आयोजित की थी।
श्रमिकों के आवास और भोजन की व्यवस्था सरकार द्वारा की जाएगी। विभाग के अनुसार, श्रमिकों को प्रति माह 1.5 लाख रुपये वेतन मिलेगा, जिसमें से पीएफ और अन्य लाभों की कटौती के बाद 1.37 लाख रुपये हाथ में आएंगे। इज़राइल जाने के लिए श्रमिकों को अपने खर्चे पर हवाई टिकट खरीदना पड़ेगा, जिसका किराया लगभग 36 हजार रुपये होगा। इसके बाद की सभी सुविधाएँ सरकार द्वारा प्रदान की जाएंगी।

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