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Swiggy IPO: धैर्यवान निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर!

Swiggy IPO

भारत की फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी (Swiggy) ने अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) की घोषणा कर दी है। Swiggy IPO बुधवार से खुलकर शुक्रवार तक सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध रहेगा, और इसका प्राइस बैंड ₹371-₹390 प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। यह IPO कुल ₹11,327 करोड़ का है और इसमें निवेशकों की खास दिलचस्पी देखी जा रही है, हालांकि मौजूदा बाजार की अनिश्चितताओं के कारण इस लिस्टिंग में तुरंत भारी लाभ की संभावना को लेकर विश्लेषक आश्वस्त नहीं हैं। विश्लेषकों का सुझाव है कि इस स्टॉक को लंबी अवधि के लिए होल्ड करने से 25-30% का रिटर्न मिल सकता है।

Swiggy IPO का प्राइस बैंड और ग्रे मार्केट प्रीमियम

Swiggy IPO का प्राइस बैंड ₹371-₹390 प्रति शेयर रखा गया है। मंगलवार को Swiggy IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) ₹20 प्रति शेयर पर था, जो कि ₹390 के उच्च मूल्य बैंड का 5% प्रीमियम है। ग्रे मार्केट प्रीमियम वह अतिरिक्त मूल्य है, जो अनऑफिशियल मार्केट में निवेशक सूचीबद्ध होने से पहले इन शेयरों के लिए भुगतान करते हैं। इस प्रीमियम से यह संकेत मिलता है कि बाजार Swiggy के IPO को लेकर सकारात्मक है, लेकिन भारी लाभ की उम्मीद नहीं कर रहा।

बाजार की अनिश्चितता और निवेशकों का उत्साह

Swiggy IPO को लेकर बाजार में एक खास उत्साह है, लेकिन मौजूदा बाजार की अनिश्चितताओं के कारण निवेशकों का झुकाव थोड़ा सीमित नजर आ रहा है। Finazenn के निदेशक हेमंग जानी का कहना है कि अगर मौजूदा बाजार की स्थिति जारी रहती है, तो Swiggy का स्टॉक लिस्टिंग के दिन सीमित लाभ या बराबरी पर सूचीबद्ध हो सकता है। हालांकि, अगर अमेरिकी चुनावों के परिणाम के बाद बाजार की स्थिति सुधरती है, तो यह स्टॉक 10-15% तक बढ़ सकता है।

लंबी अवधि में निवेशकों के लिए संभावित लाभ

विश्लेषकों का मानना है कि Swiggy के शेयरों में लंबे समय में लगभग 25-30% तक की वृद्धि की संभावना है। Swiggy का बाजार में 40% का हिस्सा है और इसका मूल्यांकन Zomato की तुलना में बेहतर स्थिति में है। हालांकि, Swiggy अभी भी मुनाफे के स्तर तक नहीं पहुंच पाया है, जबकि Zomato पहले ही मुनाफा कमा रहा है। इसके बावजूद, Swiggy के पास अपने आईपीओ के माध्यम से जुटाए गए फंड का उपयोग करके अपनी सेवाओं को बढ़ाने और व्यवसाय को स्थिर करने की योजना है।

Swiggy बनाम Zomato: तुलनात्मक विश्लेषण

Swiggy और Zomato दोनों भारत की प्रमुख फूड डिलीवरी कंपनियाँ हैं, लेकिन दोनों का संचालन और वित्तीय स्थिति अलग-अलग है। Swiggy का वर्तमान में बाजार में 40% हिस्सा है, जबकि Zomato का 60% हिस्सा है। Zomato का मूल्यांकन 10 गुना अनुमानित प्राइस-टू-सेल्स अनुपात पर है, जबकि Swiggy का मूल्यांकन 6 गुना है।

Capitalmind के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट कृष्णा अप्पाला का मानना है कि स्विगी की दीर्घकालिक स्थिति सकारात्मक है, और इसकी वृद्धि अगले 3-5 वर्षों में मजबूत होने की उम्मीद है। हालांकि, अप्पाला के अनुसार, Zomato के बेहतर ग्रोथ रेट, उच्च स्केल, और मुनाफे की स्थिति ने इसे निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक विकल्प बना दिया है।

स्विगी की मूल्य निर्धारण रणनीति और चुनौतियाँ

Swiggy ने IPO में अपने मूल्यांकन को $14 बिलियन से घटाकर $10.2 बिलियन किया है, जो निवेशकों के लिए इस मुद्दे को और भी आकर्षक बनाता है। Elara Capital के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट करन तौरानी का कहना है कि Swiggy के मूल्यांकन को ‘उचित और न्यायोचित’ माना जा सकता है। उन्होंने बताया कि Zomato के शेयरों में पिछले उच्चतम स्तर से 15-20% की गिरावट आई है, और इसी वजह से Zomato निवेशकों के लिए अभी भी एक आकर्षक विकल्प बना हुआ है। Swiggy का मूल्यांकन भी बहुत सस्ता नहीं है, लेकिन यह भी ओवरवैल्यूड नहीं है।

Bajaj Broking की Swiggy IPO पर राय

Bajaj Broking ने भी Swiggy IPO के मूल्यांकन पर टिप्पणी की है। उनके अनुसार, स्विगी का राजस्व तो बढ़ रहा है, लेकिन कंपनी लगातार नुकसान में है। इसके चलते इस IPO का पी/ई अनुपात नकारात्मक है, और इसे अन्य मेट्रिक्स के अनुसार आक्रामक रूप से कीमत में मूल्यांकित माना जा सकता है। हालांकि, Swiggy प्रबंधन को उम्मीद है कि वे अगले कुछ वर्षों में अपने संचालन को लाभदायक बना सकते हैं, जिसके लिए वे IPO से प्राप्त फंड का उपयोग अपने प्रोडक्ट्स और सेवाओं को बेहतर करने में करेंगे।

लंबी अवधि में Swiggy IPO के लिए संभावनाएँ

बाजार के जानकारों का कहना है कि Swiggy की दीर्घकालिक वृद्धि की संभावनाएं अच्छी हैं। मौजूदा मूल्यांकन में Swiggy का स्टॉक अगले 3-5 सालों में सकारात्मक रिटर्न दे सकता है, खासकर अगर कंपनी मुनाफे की राह पर चलती है। Swiggy का वर्तमान ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड दर्शाता है कि कंपनी के पास दीर्घकालिक वृद्धि की क्षमता है।

हालांकि, इसके लिए Swiggy को अपने ऑपरेशनल खर्चों में कमी करनी होगी और राजस्व वृद्धि में स्थिरता लानी होगी। Bajaj Broking के अनुसार, अगर कंपनी अपने ऑपरेशंस को मुनाफे की दिशा में ले जाती है, तो Swiggy की यह पहल निवेशकों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है।

निष्कर्ष

Swiggy IPO भारतीय बाजार के निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर है, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबी अवधि में निवेश करना चाहते हैं। बाजार की मौजूदा अस्थिरता को देखते हुए, लिस्टिंग के दिन भारी लाभ की संभावना कम है, लेकिन लंबे समय में यह IPO निवेशकों के लिए अच्छे रिटर्न दे सकता है।

विश्लेषकों का सुझाव है कि Swiggy IPO में निवेशक लंबे समय के लिए रुक सकते हैं ताकि 25-30% तक का लाभ प्राप्त किया जा सके। हालांकि, कंपनी को अपने प्रतिद्वंद्वी Zomato के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए मुनाफे के स्तर पर पहुंचना जरूरी है। Swiggy प्रबंधन का यह विश्वास है कि वे अपने व्यवसाय को मुनाफे में बदलने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहे हैं, जिससे यह IPO निवेशकों के लिए एक सकारात्मक निवेश बन सकता है।

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