UP Murder Case : उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जनपद में विजय नारायण सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने दो दिनों के भीतर प्रमुख संदिग्ध को धर दबोचा है। एक झड़प के बीच में संदिग्ध अजय सिंह सिलावट को पकड़ा गया जिसके पैर में गोली लगी थी। उसे उपचार हेतु राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया। इस ऑपरेशन को कोतवाली नगर और बंधुआंकला थाना की साझा पुलिस टीमों ने अंजाम दिया।
अजय सिंह और उसके सहयोगियों ने रविवार की शाम को पल्लवी इन में आयोजित नरायनपुर के विजय नारायण सिंह की सभा के समय एक विवाद के उपरांत उनकी हत्या कर दी। इसी क्रम में शास्त्री नगर के रहने वाले अनुज शर्मा भी जख्मी हो गए, जिनका उपचार लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में किया जा रहा है। इस मामले की तह तक पहुँचने के लिए पुलिस ने छह विशेष दल तैयार किए थे। दिवंगत विजय नारायण सिंह पूर्व में डॉक्टर घनश्याम तिवारी की हत्या के मामले में आरोपी बनाए गए थे।
अंबेडकरनगर जनपद के महरूआ क्षेत्र के निवासी अजय सिंह सिलावट दूबेपुर से बंधुआकला मार्ग से होते हुए लखनऊ की ओर जाने का प्रयास कर रहा है। इस खबर पर कोतवाली नगर और बंधुआकला पुलिस ने शीघ्रता से नाकाबंदी की। अजय मोटरसाइकिल पर सवार था। जब पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया, तो उसने आत्मरक्षा में गोली चला दी। इसके उत्तर में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में एक गोली उसके दाहिने पैर में लगी जिससे वह वहीं गिर पड़ा।
पुलिस ने अजय को गिरफ्तार किया और तत्काल सुल्तानपुर स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में ले गई, जहाँ उसकी चिकित्सा चल रही है। इसी संदर्भ में, रविवार की रात कोतवाली नगर के दरियापुर चौराहे के निकट पल्लवी रेस्तरां में विजय नारायण सिंह और उनके मित्रों की एक समारोह चल रही थी। वहां दीपक मिश्रा और विजय के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ, जिस पर दीपक ने अजय को फोन करके बुला भेजा। अजय के आते ही विवाद गहरा गया और उसने पिस्टल निकालकर विजय और अनुज पर गोली चला दी।