भारतीय शेयर बाजार में छुट्टियों का असर: निवेशकों के लिए राहत और चिंता
Stock Market Holidays भारतीय शेयर बाजार में हाल ही में भारी गिरावट देखने को मिली है। Stock Market Holidays की वजह से निवेशकों को कुछ राहत मिलेगी, लेकिन गिरावट के चलते हुए नुकसान ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सेंसेक्स और निफ्टी में 10% से ज्यादा की गिरावट के कारण निवेशकों को लगभग 48 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
आइए विस्तार से समझते हैं कि छुट्टियों का असर, बाजार में गिरावट के कारण और इससे जुड़े अन्य पहलू क्या हैं।
Stock Market Holidays आज शेयर बाजार में छुट्टी: निवेशकों के लिए राहत
आज, 15 नवंबर 2024, गुरु नानक जयंती के मौके पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में कारोबार बंद है। यह छुट्टी निवेशकों के लिए राहत लेकर आई है, क्योंकि बाजार की लगातार गिरावट से उन्हें कुछ दिनों का ब्रेक मिलेगा।
- बाजार बंद होने के दिन:
- 15 नवंबर (गुरु नानक जयंती)
- 16 नवंबर (शनिवार)
- 17 नवंबर (रविवार)
इस तरह, बाजार तीन दिन के लंबे वीकेंड पर रहेगा। इसके बाद, 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के चलते बाजार फिर से बंद रहेगा।
अगले 10 दिनों में केवल 4 दिन खुलेगा बाजार
Stock Market Holidays के कारण आने वाले 10 दिनों में केवल चार दिन ही कारोबार होगा।
- 15 नवंबर (गुरु नानक जयंती)
- 16-17 नवंबर (सप्ताहांत)
- 20 नवंबर (चुनाव)
इस बीच, मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) भी सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेगा। हालांकि, शाम के सत्र में एमसीएक्स खुला रहेगा।
सेंसेक्स और निफ्टी में 10% की गिरावट
सितंबर 2024 के आखिरी हफ्ते में भारतीय शेयर बाजार ने लाइफटाइम हाई को छुआ था। लेकिन उसके बाद से बाजार में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया।
- सेंसेक्स:
- लाइफटाइम हाई: 85,978 अंक
- वर्तमान स्तर: 77,580 अंक
- गिरावट: 8,400 अंक (10%)
- निफ्टी:
- लाइफटाइम हाई: 26,277 अंक
- वर्तमान स्तर: 23,532 अंक
- गिरावट: 10.44%
निवेशकों को हुआ 48 लाख करोड़ का नुकसान
विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने भारतीय बाजार को बड़ा झटका दिया है।
- मार्केट कैप:
- 27 सितंबर 2024 को बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 478 लाख करोड़ रुपये था।
- वर्तमान में यह घटकर 430 लाख करोड़ रुपये रह गया है।
- कुल नुकसान: 48 लाख करोड़ रुपये।
इस नुकसान का सीधा असर रिटेल और बड़े निवेशकों पर पड़ा है।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली: मुख्य कारण
भारतीय बाजार में गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण विदेशी निवेशकों (FPI) की बिकवाली है।
- ब्याज दरों में बढ़ोतरी:
अमेरिका और अन्य देशों में बढ़ती ब्याज दरों के कारण विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। - डॉलर की मजबूती:
डॉलर की बढ़ती मजबूती ने भी निवेशकों को विदेशी बाजारों की ओर आकर्षित किया है। - वैश्विक अनिश्चितता:
रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य-पूर्व के तनाव ने वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता पैदा की है।
क्या करेंगे निवेशक?
Stock Market Holidays के कारण निवेशकों को रणनीति बनाने का समय मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय को निवेशक निम्नलिखित कार्यों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं:
- पोर्टफोलियो का पुनर्मूल्यांकन:
अपने निवेश पोर्टफोलियो की समीक्षा करें और कम प्रदर्शन करने वाले स्टॉक्स को हटाएं। - लंबी अवधि की योजना:
बाजार में गिरावट के बावजूद, दीर्घकालिक निवेश के अवसरों पर ध्यान दें। - सावधानीपूर्वक निवेश:
नए निवेश करते समय बाजार की अनिश्चितता को ध्यान में रखें।
Stock Market Holidays क्या कहता है आगे का अनुमान?
विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में गिरावट अल्पकालिक हो सकती है।
- मजबूत संकेतक: भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत फंडामेंटल्स बाजार को लंबी अवधि में सहारा दे सकते हैं।
- रीबाउंड की संभावना: जैसे ही विदेशी निवेशक वापस आते हैं, बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है।
निष्कर्ष
Stock Market Holidays निवेशकों को राहत देने का एक अच्छा अवसर है, खासकर तब, जब बाजार लगातार गिरावट झेल रहा हो। हालांकि, बाजार में अस्थिरता के चलते निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और अपनी रणनीति को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से बनाना चाहिए।
Stock Market Holidays छुट्टियों के बाद बाजार के रुख पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि विदेशी निवेशकों की गतिविधियां और वैश्विक घटनाक्रम बाजार की दिशा तय करेंगे। निवेशकों के लिए यह समय सोच-समझकर कदम उठाने का है।