भारत में Petrol and Diesel की कीमतों में निरंतर उतार-चढ़ाव देखा जाता है, और इनकी दैनिक कीमतें वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों, भारतीय रुपया और अमेरिकी डॉलर के विनिमय दर, और सरकार द्वारा लगाए गए करों पर निर्भर करती हैं। यह कीमतें 2022 से स्थिर बनी हुई हैं, जब केंद्रीय और राज्य सरकारों ने टैक्स में कटौती की थी। आइए जानते हैं पेट्रोल और डीजल की कीमतों के मुख्य कारण और उनका हमारे दैनिक जीवन पर प्रभाव।
Petrol and Diesel की वर्तमान कीमतें
भारत के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अलग-अलग हैं। इनकी कीमतों में अंतर मुख्य रूप से स्थानीय करों, परिवहन लागत, और बाजार की आपूर्ति-डिमांड पर निर्भर करता है। नीचे भारत के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें दी गई हैं:
शहर | पेट्रोल (₹/L) | डीजल (₹/L) |
---|---|---|
नई दिल्ली | 94.72 | 87.62 |
मुंबई | 104.21 | 92.15 |
कोलकाता | 103.94 | 90.76 |
चेन्नई | 100.75 | 92.34 |
अहमदाबाद | 94.49 | 90.17 |
बेंगलुरु | 102.92 | 89.02 |
हैदराबाद | 107.46 | 95.70 |
जयपुर | 104.72 | 90.21 |
लखनऊ | 94.69 | 87.80 |
पुणे | 104.04 | 90.57 |
चंडीगढ़ | 94.30 | 82.45 |
इंदौर | 106.48 | 91.88 |
पटना | 105.58 | 93.80 |
सूरत | 95.00 | 89.00 |
नासिक | 95.50 | 89.50 |
Petrol and Diesel की कीमतों के प्रमुख कारण
1. वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें
वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर सबसे बड़ा प्रभाव डालती हैं, क्योंकि कच्चा तेल ही पेट्रोल और डीजल उत्पादन का प्रमुख इनपुट होता है। जैसे-जैसे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव आता है, वैसे-वैसे भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में परिवर्तन होता है।
2. मुद्रास्फीति और विनिमय दर
भारत को कच्चे तेल का एक बड़ा हिस्सा आयात करना पड़ता है, और इसीलिए भारतीय रुपया और अमेरिकी डॉलर के बीच का विनिमय दर भी महत्वपूर्ण है। यदि रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले कमजोर होती है, तो भारत में तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं। यह भारतीय अर्थव्यवस्था और तेल की खपत के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।
3. कर (Taxes)
केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा पेट्रोल और डीजल पर लगाए गए करों का एक बड़ा हिस्सा इनके खुदरा मूल्य में शामिल होता है। प्रत्येक राज्य में कर दरें अलग-अलग होती हैं, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्षेत्रीय अंतर देखने को मिलता है। राज्यों के द्वारा लगाए गए वैट और उत्पाद शुल्क इन कीमतों को प्रभावित करते हैं।
4. रिफाइनिंग लागत (Refining Costs)
कच्चे तेल को उपयोग योग्य ईंधन में बदलने की प्रक्रिया में आने वाली लागत भी पेट्रोल और डीजल के मूल्य को प्रभावित करती है। रिफाइनिंग लागत कच्चे तेल की गुणवत्ता और रिफाइनरी की क्षमता पर निर्भर करती है। इस प्रक्रिया में आने वाली लागत समय-समय पर बदल सकती है, जो कीमतों को प्रभावित करती है।
5. मांग और आपूर्ति का संतुलन
Petrol and Diesel की कीमतों में उतार-चढ़ाव के पीछे एक बड़ा कारण बाजार में मांग और आपूर्ति का संतुलन भी है। जब मांग बढ़ती है और आपूर्ति कम होती है, तो कीमतें बढ़ सकती हैं। इसके विपरीत, जब आपूर्ति में वृद्धि होती है और मांग कम होती है, तो कीमतों में कमी हो सकती है।
Petrol and Diesel की कीमतों को कैसे चेक करें?
अब Petrol and Diesel की कीमतों की जानकारी प्राप्त करना बेहद आसान है। आप SMS के माध्यम से भी अपनी शहर की पेट्रोल और डीजल कीमतें जान सकते हैं। विभिन्न तेल विपणन कंपनियों ने अपने ग्राहकों के लिए SMS सेवा शुरू की है।
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इंडियन ऑयल (IOCL) के ग्राहक 9224992249 पर शहर कोड और “RSP” भेज सकते हैं।
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बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक 9223112222 पर “RSP” भेज सकते हैं।
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एचपीसीएल (HPCL) के ग्राहक 9222201122 पर “HP Price” भेज सकते हैं।
इस प्रकार, आप आसानी से अपनी शहर की Petrol and Diesel कीमतें प्राप्त कर सकते हैं और अपने दैनिक बजट की योजना बना सकते हैं।
निष्कर्ष
भारत में Petrol and Diesel की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं, जिनमें वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें, विनिमय दर, कर नीति, रिफाइनिंग लागत और आपूर्ति-डिमांड का संतुलन प्रमुख हैं। इसके अलावा, राज्य सरकारों के कर दरों के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्षेत्रीय अंतर भी होता है। इन सभी पहलुओं को समझने से उपभोक्ताओं को Petrol and Diesel की कीमतों के उतार-चढ़ाव को समझने में मदद मिल सकती है और उन्हें अपनी दैनिक जरूरतों के लिए बेहतर योजना बनाने का अवसर मिलता है।