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HDB Financial Services IPO: शेयर आवंटन, लिस्टिंग तिथि और अन्य विवरण

HDB Financial Services IPO

HDB Financial Services IPO: निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर

HDB Financial Services Ltd. ने 25 जून 2025 को अपने ₹12,500 करोड़ के प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) को प्रस्तुत किया था। इस IPO ने शेयर बाजार में जबरदस्त हलचल मचाई, क्योंकि इसने निवेशकों के बीच उच्च उत्साह और भारी प्रतिस्पर्धा को आकर्षित किया। इस लेख में हम HDB HDB Financial Services IPO के  की विस्तार से चर्चा करेंगे और जानेंगे कि यह निवेशकों के लिए क्यों एक महत्वपूर्ण अवसर बन सकता है।

IPO का Overview

HDB Financial Services Ltd., जो HDFC बैंक की सहायक कंपनी है, ने ₹12,500 करोड़ का IPO पेश किया है, जो कि ₹2,500 करोड़ के नए शेयर जारी करने और ₹10,000 करोड़ के ऑफर-फॉर-सेल (OFS) से मिलकर बना है। HDB Financial Services का उद्देश्य इस IPO से प्राप्त राशि का उपयोग अपनी Tier-I पूंजी आधार को बढ़ाने के लिए करना है, ताकि कंपनी की भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके, जिसमें कंपनी के विभिन्न व्यवसायों में उधारी देने की क्षमता बढ़ाने के लिए धन का उपयोग किया जाएगा। इनमें एंटरप्राइज लेंडिंग, एसेट फाइनेंस और कंज्यूमर फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में वित्तीय सेवा प्रदान की जाती है।

IPO की प्रतिक्रिया

IPO की प्रतिक्रिया काफी सकारात्मक रही, और यह 16.69 गुना सब्सक्राइब हुआ। यह आंकड़ा मुख्य रूप से संस्थागत और गैर-स्थायी निवेशकों द्वारा दिखाई गई भारी रुचि को दर्शाता है। योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) ने अपनी श्रेणी में 55.47 गुना सब्सक्राइब किया, जबकि खुदरा हिस्से ने 1.5 गुना सब्सक्राइब किया। गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) ने अपनी कोटा 10 गुना तक सब्सक्राइब किया। कर्मचारियों की श्रेणी में 5.72 गुना सब्सक्राइब हुआ।

निवेशकों के लिए एक बड़ी संभावना

HDB Financial Services IPO ने निवेशकों को एक बड़ा अवसर प्रदान किया है। यह IPO उन निवेशकों के लिए खास है जो HDFC बैंक के सहायक कंपनी के रूप में काम करने वाली कंपनी में निवेश करने का सोच रहे हैं। इसके साथ ही, कंपनी का व्यवसाय रिटेल लेंडिंग पर केंद्रित है, जो कंज्यूमर लोन, ऑटो लोन, गोल्ड लोन और बिजनेस लोन जैसी सेवाएं प्रदान करता है। इस प्रकार की सेवाओं का उच्च मांग से लाभ उठाने का अवसर HDB Financial Services को लाभकारी बना सकता है।

शेयर की सूची और आवंटन की जानकारी

HDB Financial Services के शेयर 2 जुलाई, 2025 को NSE और BSE पर लिस्ट होंगे। इस IPO में भाग लेने वाले निवेशक अपने आवंटन की स्थिति की जांच BSE, NSE और MUFG Intime India की आधिकारिक वेबसाइट से कर सकते हैं। निवेशक BSE वेबसाइट पर जाकर IPO आवंटन पृष्ठ पर जाकर अपने आवंटन की स्थिति देख सकते हैं। MUFG Intime India के माध्यम से भी आवंटन की स्थिति की जांच की जा सकती है, जहां निवेशकों को अपना पैन और आवेदन संख्या दर्ज करनी होगी। इसके बाद शेयर का आवंटन 1 जुलाई को डिमैट खाते में क्रेडिट कर दिया जाएगा।

HDB Financial Services की व्यावसायिक स्थिति

HDB Financial Services Ltd. की स्थापना 2007 में हुई थी और यह HDFC बैंक की प्रमुख गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है। यह कंपनी मुख्य रूप से रिटेल लेंडिंग के क्षेत्र में काम करती है और इसके पास एक मजबूत ग्राहक आधार है। कंपनी का उद्देश्य 2030 तक 50 GW की अक्षय ऊर्जा क्षमता हासिल करना है, और इसके साथ ही यह कंपनी अपने एंटरप्राइज लेंडिंग, एसेट फाइनेंस और कंज्यूमर फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिति बनाने की योजना बना रही है।

वैश्विक निवेशकों की रुचि

HDB Financial Services IPO ने वैश्विक निवेशकों की भी रुचि आकर्षित की है। यह कंपनी अपने निवेशकों को एक स्थिर और लाभकारी अवसर प्रदान करती है। जैसा कि भारतीय शेयर बाजार में अधिक से अधिक निवेशक प्रवेश कर रहे हैं, HDB Financial Services का मजबूत वित्तीय बैकग्राउंड और बढ़ती हुई उपस्थिति इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाता है। वैश्विक निवेशकों की भागीदारी और घरेलू संस्थागत निवेशकों की रुचि दोनों का एक साथ होना इस IPO को और भी आकर्षक बनाता है।

कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन

हाल ही में HDB Financial Services ने अपने Q4 वित्तीय परिणामों में 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जबकि PAT (Profit After Tax) में 23 प्रतिशत की गिरावट आई थी। FY25 में इसकी कुल बिक्री ₹562.07 करोड़ रही, और PAT ₹56.36 करोड़ के करीब पहुंचा। कंपनी का यह प्रदर्शन और इसके द्वारा लिया गया वित्तीय कदम इसे भविष्य के लिए और मजबूत बनाते हैं।

समापन

HDB Financial Services IPO निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करता है। इसकी बड़ी योजना, मजबूत वित्तीय स्थिति और वैश्विक और घरेलू बाजार में अपनी उपस्थिति को लेकर इसकी रणनीतियाँ इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाती हैं। जिन निवेशकों ने IPO में भाग लिया है, वे अब आवंटन की स्थिति का इंतजार कर रहे हैं, और 2 जुलाई को जब यह कंपनी NSE और BSE पर लिस्ट होगी, तो यह देखने का विषय होगा कि शेयर का प्रदर्शन कैसा रहता है।

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