New Delhi : पिछले कुछ दिनों से सुस्त पड़े मानसून में अब जान आने वाली है। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, बुधवार से मानसून की सक्रियता में वृद्धि होगी और आने वाले तीन से चार दिनों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में घनी बारिश होगी। यह वर्षा धान की बुवाई के लिए अनुकूल होगी और इससे उमस और गर्मी से भी छुटकारा मिलेगा। बीते सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक रामपुर और सोनभद्र जिलों में 70 मिमी, गोरखपुर में 60 मिमी, और बरेली में 50 मिमी बारिश दर्ज हुई है। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि मानसून टर्फ लाइन के उत्तरी दिशा में शिफ्ट होने से वर्षा की मात्रा और क्षेत्रफल में वृद्धि की संभावना है।
तापमान में उतार-चढ़ाव :
हाल की बारिशों ने तापमान पर अपना प्रभाव डाला था, जिससे पिछले कुछ दिनों में दिन का तापमान सामान्य से कम बना रहा। हालांकि, मंगलवार को प्रदेश के ज्यादातर शहरों में तापमान सामान्य से ऊपर चढ़ गया, जिसमें 3.7 डिग्री तक का इजाफा देखा गया। इस दिन वाराणसी में तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस था, कानपुर में 38.2 डिग्री और बस्ती में 37 डिग्री सेल्सियस मापा गया। न्यूनतम तापमान की बात करें तो नजीबाबाद में रात का तापमान 23.4 डिग्री, मेरठ में 23.5 डिग्री और बरेली में 24 डिग्री रहा।
इन क्षेत्रों में भारी वर्षा की चेतावनी :
मौसम विभाग ने बुधवार के दिन के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न तराई इलाकों जैसे श्रावस्ती, बहराइच, सिद्धार्थनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज के साथ-साथ देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, गोंडा, बलरामपुर आदि में गरज के साथ भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है।
दिल्ली-नोएडा क्षेत्र में बारिश ने मौसम को बनाया मनभावन:
बुधवार की सुबह से चल रही उमस के चलते गर्मी से लोग परेशान थे। भीषण गर्मी के पश्चात् आई बारिश से लोगों की खुशी देखते बनी। वर्षा के दौरान कई निवासी और कार्यालयीन लोग बाहर निकल प्रकृति का लुत्फ उठा रहे थे।
पूर्वी दिल्ली में भी बारिश ने दस्तक दी है। मयूर विहार फेज एक क्षेत्र में दोपहिया वाहन चालक फ्लाईओवर के नीचे शरण ले रहे हैं ताकि वे बारिश से बच सकें। इस दौरान, चार पहिया वाहन चालक अपनी गाड़ियों की लाइट्स जलाकर सतर्कतापूर्वक चल रहे हैं।
अक्षरधाम से मयूर विहार होते हुए नोएडा बॉर्डर तक यातायात रेंग रहा है और फ्लाईओवर पर यात्रा में व्यवधान पड़ा है। सड़क पर कई जगह जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है।
इसी कारण हरित चेतावनी जारी की गई थी। लोगों ने अपने आयोजन भी इसी अनुसार नियोजित किए। किंतु मंगलवार की प्रातः कालीन बेला में, हरित चेतावनी को पीली चेतावनी में परिवर्तित कर दिया गया, अर्थात् मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जताई गई। 28 जून को मानसून के आगमन के साथ ही लगातार मौसम के पूर्वानुमान असत्य साबित हो रहे हैं