Australian Open: बेन शेल्टन ने बनाए शॉट्स और शब्दों से अपना प्रभाव
परिचय:
Australian Open 2025 में युवा अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी बेन शेल्टन ने अपने खेल और व्यक्तित्व से लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। 22 वर्षीय शेल्टन का मुकाबला दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी जानिक सिनर से है, जो हार्ड कोर्ट पर जीतना सबसे मुश्किल कार्य माना जाता है। शेल्टन की कोर्ट पर प्रगति और बाहर उनके विचारशील व्यक्तित्व ने उन्हें प्रशंसकों और आलोचकों के बीच अलग पहचान दिलाई है।
अमेरिकी टेनिस की नई उम्मीदें
चार महीने पहले टेलर फ्रिट्ज ने यूएस ओपन के फाइनल में पहुंचकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी। उन्होंने 2009 के बाद किसी ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुंचने वाले पहले अमेरिकी पुरुष खिलाड़ी बनकर इतिहास रचा। अब बेन शेल्टन की Australian Open में संभावनाएं इस उम्मीद को और मजबूत कर रही हैं कि अमेरिकी पुरुष टेनिस का स्वर्णिम दौर लौट रहा है।
यदि शेल्टन फाइनल में पहुंचते हैं, तो यह 2005 के बाद पहली बार होगा जब अमेरिकी पुरुष खिलाड़ी लगातार दो ग्रैंड स्लैम फाइनल में शामिल होंगे। इससे पहले 2005 में एंडी रॉडिक ने विंबलडन और आंद्रे अगासी ने यूएस ओपन में फाइनल खेला था।
युवा खिलाड़ियों की मजबूत उपस्थिति
इस बार Australian Open में कई युवा अमेरिकी खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। 19 वर्षीय लर्नर टिएन ने दानिल मेदवेदेव को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। 20 वर्षीय एलेक्स मिशेल्सन ने दो टॉप-20 सीड खिलाड़ियों को हराकर चौथे राउंड तक का सफर तय किया। इन खिलाड़ियों के अलावा टेलर फ्रिट्ज और फ्रांसेस टियाफो जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी अमेरिकी टेनिस का मान बढ़ा रहे हैं।
इन खिलाड़ियों के बीच दोस्ती और प्रतिस्पर्धा ने अमेरिकी टेनिस को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है।
जानिक सिनर के खिलाफ चुनौती
शेल्टन का मुकाबला जानिक सिनर से होगा, जो हार्ड कोर्ट पर अपराजेय माने जाते हैं। सिनर ने इस टूर्नामेंट में अब तक अपनी मजबूती साबित की है और किसी भी प्रतिद्वंद्वी को मौके नहीं दिए हैं।
शेल्टन और सिनर के बीच अब तक पांच मुकाबले हुए हैं। पहले मैच में शेल्टन ने जीत दर्ज की थी, लेकिन उसके बाद के चार मैचों में सिनर ने लगातार जीत हासिल की है।
शेल्टन को सिनर के खिलाफ न केवल अपनी ताकत का सही इस्तेमाल करना होगा, बल्कि अपनी रणनीति में भी विविधता लानी होगी। उन्हें बेसलाइन पर सिनर के साथ लंबी रैलियां करने से बचना होगा, क्योंकि इससे फ्रिट्ज को यूएस ओपन फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।
शेल्टन की ताकत
बेन शेल्टन का खेल उनकी तेज सर्विस और ग्राउंडस्ट्रोक्स के लिए जाना जाता है। 140 मील प्रति घंटे की रफ्तार से सर्व करने की क्षमता और नेट के पास उनकी मजबूत उपस्थिति उन्हें सिनर के खिलाफ एक मौका देती है।
शेल्टन के पास शानदार ट्रांजिशन गेम और वॉली कौशल है। अगर वह अपने फोरकोर्ट गेम का सही इस्तेमाल करते हैं, तो यह उनके पक्ष में काम कर सकता है। इसके अलावा, सिनर की ल lateral movement को रोकने के लिए उन्हें नेट पर बुलाना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।
Australian Open रणनीतिक विविधता की जरूरत
सिनर एक क्लासिक रिदम प्लेयर हैं, जो निरंतरता और तेज खेल पर निर्भर रहते हैं। शेल्टन को अपनी सर्विस में विविधता लाते हुए सिनर की लय तोड़ने की कोशिश करनी होगी। वह अपनी लेफ्टी सर्व का फायदा उठाकर छोटे और धीमे शॉट्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
शेल्टन को अपने शॉट चयन में आक्रामकता और सावधानी का सही संतुलन बनाना होगा। अति-आक्रामक खेल से बचते हुए उन्हें जोखिम उठाने होंगे, लेकिन बेवजह गलतियां नहीं करनी चाहिए।
दर्शकों का समर्थन और विवाद
शेल्टन ने क्वार्टर फाइनल में लोरेंजो सोनेगो को हराने के बाद एक विवादास्पद इंटरव्यू में अपने विचार व्यक्त किए। इंटरव्यूअर ने कहा कि सेमीफाइनल में दर्शक शायद उनके पक्ष में नहीं होंगे। इस पर शेल्टन ने जवाब दिया कि, “मुझे पता है कि मेरे कुछ लोग भी मेरा समर्थन करेंगे।”
शेल्टन ने बाद में कहा कि इंटरव्यूअर की यह टिप्पणी अनुचित थी और उन्होंने मीडिया के नकारात्मक रवैये की आलोचना की। उन्होंने कहा, “मीडिया को खिलाड़ियों की मदद करनी चाहिए, न कि उनके पल को खराब करना चाहिए।”
अमेरिकी टेनिस के लिए नई पहचान
शेल्टन का प्रदर्शन न केवल उनके करियर के लिए, बल्कि अमेरिकी टेनिस के भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। अगर वह जानिक सिनर को हराकर फाइनल में पहुंचते हैं, तो यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
शेल्टन ने यह साबित कर दिया है कि वह न केवल कोर्ट पर, बल्कि कोर्ट के बाहर भी अपनी आवाज उठा सकते हैं। उनका स्पष्ट और सशक्त दृष्टिकोण उन्हें एक परिपक्व खिलाड़ी के रूप में स्थापित करता है।
निष्कर्ष
Australian Open में बेन शेल्टन का सफर अमेरिकी टेनिस के पुनरुत्थान की कहानी का हिस्सा है। जानिक सिनर के खिलाफ उनका मुकाबला बेहद चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन उनकी प्रतिभा और साहस उन्हें इस चुनौती से पार पाने का हौसला देते हैं।
इस टूर्नामेंट में उनकी सफलता न केवल उन्हें वैश्विक पहचान दिलाएगी, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
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