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RAW Agent की पहचान उजागर: खालिस्तानी नेता की हत्या की साजिश

RAW Agent

RAW Agent विकाश यादव का नाम हाल ही में अमेरिका में एक बड़ी साजिश के खुलासे में सामने आया है। अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) और ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) ने विकाश यादव के खिलाफ हत्या के लिए साजिश और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए हैं। यह पहली बार है जब अमेरिकी अदालत ने भारतीय सरकार के एक अधिकारी का नाम खुलकर उजागर किया है, जो कथित रूप से न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के एक अमेरिकी नागरिक और खालिस्तान समर्थक वकील गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल था। इस मामले ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा हड़कंप मचा दिया है।

RAW Agent का नाम और आरोप

RAW Agent विकाश यादव को इस साजिश के मुख्य सूत्रधार के रूप में नामित किया गया है। विकाश यादव पर आरोप है कि उन्होंने पन्नू की हत्या की साजिश रची और इसके लिए न्यूयॉर्क में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम किया। अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार, विकाश यादव ने हत्या के लिए एक हिटमैन को $100,000 की रकम देने का वादा किया था। इस साजिश में उनका एक साथी, निखिल गुप्ता, पहले ही अमेरिका में गिरफ्तार हो चुका है और उस पर भी इसी तरह के आरोप लगाए गए हैं।

FBI के अनुसार, विकाश यादव ने न सिर्फ हत्या की योजना बनाई, बल्कि पन्नू के घर का पता, फोन नंबर और उनकी दिनचर्या से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी अपने साथी निखिल गुप्ता के जरिए हिटमैन को पहुंचाई। इसके बाद गुप्ता ने अमेरिका में मौजूद एक अंडरकवर एजेंट से संपर्क किया, जो वास्तव में DEA का अधिकारी था। गुप्ता ने हिटमैन के साथ सौदा किया और उसे $15,000 की एडवांस राशि भी दी गई।

RAW Agent की पृष्ठभूमि

RAW Agent विकाश यादव भारतीय नागरिक हैं और उनका जन्म हरियाणा के प्रणपुरा गांव में हुआ था। उनकी उम्र 39 वर्ष है और उन्होंने भारतीय सरकार के कई महत्वपूर्ण संस्थानों में अपनी सेवाएं दी हैं। वह भारत सरकार के प्रधानमंत्री कार्यालय के अंतर्गत आने वाले कैबिनेट सचिवालय के कर्मचारी थे, और रॉ (RAW – Research and Analysis Wing) के साथ भी जुड़े रहे हैं। उन्होंने सीनियर फील्ड ऑफिसर के रूप में सुरक्षा, प्रबंधन और खुफिया जानकारी से जुड़े काम किए हैं।

इसके अलावा, यादव ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में असिस्टेंट कमांडेंट के रूप में भी काम किया, जहां उन्होंने 135 जवानों की एक कंपनी की कमान संभाली। उनकी भूमिका में काउंटर इंटेलिजेंस, बैटलक्राफ्ट, हथियारों की ट्रेनिंग और पैराजम्पर ट्रेनिंग शामिल रही है। यादव का करियर भारतीय सुरक्षा बलों के विभिन्न संगठनों के साथ रहा है, लेकिन अब उन पर लगाए गए इन गंभीर आरोपों ने उनके करियर और प्रतिष्ठा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

अमेरिका में मामला

अमेरिका के दक्षिणी जिला न्यूयॉर्क की अदालत में विकाश यादव के खिलाफ एक दूसरा आरोप पत्र दाखिल किया गया है। इस नए आरोप पत्र में उनके खिलाफ हत्या की साजिश और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए गए हैं। यह मामला तब सामने आया जब पिछले साल मई 2023 में विकाश यादव ने निखिल गुप्ता को पन्नू की हत्या की साजिश रचने का निर्देश दिया। इस साजिश को अंजाम देने के लिए गुप्ता ने एक ऐसे व्यक्ति से संपर्क किया जिसे वह अपराधी समझ रहा था, लेकिन वह व्यक्ति वास्तव में DEA का एक अंडरकवर एजेंट था।

यादव ने गुप्ता के जरिए हिटमैन को पन्नू की हत्या का आदेश दिया और यह सुनिश्चित किया कि हत्या 20 जून 2023 से पहले नहीं की जाए, क्योंकि उस समय भारतीय प्रधानमंत्री की अमेरिका में आधिकारिक यात्रा निर्धारित थी। इसके बावजूद, हत्या की साजिश को आगे बढ़ाने के लिए यादव ने पन्नू के बारे में सारी जानकारी साझा की और गुप्ता को नियमित अपडेट भेजते रहे।

RAW Agent की गतिविधियां

RAW Agent विकाश यादव की यह गतिविधि स्पष्ट करती है कि वह अपने पद का दुरुपयोग कर रहे थे। उन्होंने भारत से ही इस पूरी साजिश का संचालन किया और अमेरिका में अपने साथी के जरिए इसे अंजाम देने की कोशिश की। यादव ने पन्नू की हत्या के लिए जरूरी सभी जानकारी जुटाई और अपने साथी गुप्ता के जरिए उसे हिटमैन तक पहुंचाई। उन्होंने हिटमैन को $15,000 की एडवांस रकम भी भिजवाई और बाकी पैसे हत्या के बाद देने की योजना बनाई थी।

इस साजिश के दौरान, हत्यारों को पहले पन्नू की गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए थे। गुप्ता और यादव ने पन्नू की दिनचर्या, घर का पता और अन्य व्यक्तिगत जानकारियां हासिल कर लीं, और इसे हिटमैन को दिया ताकि वह सही समय पर हत्या कर सके। लेकिन इस साजिश को समय रहते अमेरिकी एजेंसियों ने विफल कर दिया।

अंतर्राष्ट्रीय कूटनीतिक प्रभाव

इस मामले के उजागर होने से भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक संबंधों पर भी असर पड़ सकता है। अमेरिका ने साफ तौर पर कहा है कि वह किसी भी देश को अपने नागरिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं करने देगा, चाहे वह किसी भी देश से संबंधित क्यों न हो। अमेरिकी न्याय विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि ऐसे किसी भी मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, और उन्हें कानून के अनुसार कड़ी सजा दी जाएगी।

RAW Agent का भविष्य

RAW Agent विकाश यादव फिलहाल फरार हैं, और अमेरिकी एजेंसियों ने उन्हें अपनी वांटेड लिस्ट में डाल दिया है। FBI ने यादव के बारे में जानकारी देने के लिए लोगों से अपील की है और उनके फोटो और विवरण भी जारी किए हैं। अगर यादव को गिरफ्तार किया जाता है, तो उन्हें 10 से 20 साल की जेल की सजा हो सकती है, क्योंकि उन पर हत्या की साजिश और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।

निष्कर्ष

RAW Agent विकाश यादव का नाम एक अंतर्राष्ट्रीय साजिश में सामने आना न सिर्फ भारतीय खुफिया एजेंसियों के लिए बल्कि भारत-अमेरिका संबंधों के लिए भी एक चुनौती है। यह मामला साबित करता है कि कैसे कुछ लोग अपने पद और पावर का दुरुपयोग करके गंभीर अपराध करने की साजिश रचते हैं। अब यह देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और विकाश यादव को कानून के दायरे में लाया जा सकेगा या नहीं।

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